जानिए प्रमाथी संवत्सर में कैसा होगा आपका राशिफल
संवत्सरों की संख्या 60 है एवं जिस प्रकार गत वर्ष में परिधावी नाम का संवत्सर था उसी
प्रकार इस वर्ष प्रमाथी नाम का संवत्सर है ।
प्रमाथी का तात्पर्य होता है (मथनेवाला)
अर्थात :- इस वर्ष सभी चीजें अपनी गति
में होंगी अपने चरम पर होंगी ! सभी चीजों का मंथन किया जायेगा !
तो कैसा होगा इस संवत्सर का फल?
आइए जानते हैं
दुर्गा भवानी ज्योतिष केंद्र
के
माध्यम से
ज्योतिषाचार्य जितेंद्र सकलानी जी
के द्वारा
वाणीभूषण पंचांग के अनुसार
प्रमाथी संवत्सर
प्रमाथी हिन्दू धर्म में मान्य
संवत्सरों में से एक है। यह 60 संवत्सरों
में सैन्तालिस्वां है। इस
संवत्सर के आने पर विश्व में अन्न काफ़ी मंहगा होता है, वर्षा
मध्यम होती है, प्राकृतिक उपद्रव होते रहते हैं और प्रजा कई प्रकार के रोगों
से पीड़ित रहती है जनता में आलस्य व प्रमाद की वृद्धि होती है। इस संवत्सर का स्वामी अश्वनी कुमार को कहा गया है।
प्रमाथी संवत्सर में जन्म
लेने वाला शिशु विद्वान, सुशील, कला में कुशल, श्रेष्ठ बुद्धि वाला, राजमान्य, भ्रमणशील प्रवृत्ति वाला और व्यापार में प्रतिष्ठा प्राप्त
करने वाला गन्ध-माला, चन्दनादी, से शिव का पूजन करने
वाला होता है !
ब्रह्माजी ने सृष्टि का
आरम्भ चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से किया था, अतः नव संवत का प्रारम्भ भी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से
होता है।
हिन्दू परंपरा में समस्त शुभ कार्यों
के आरम्भ में संकल्प करते समय उस समय के संवत्सर का उच्चारण किया जाता है।
संवत्सर 60 हैं। जब 60 संवत
पूरे हो जाते हैं तो फिर पहले से संवत्सर का प्रारंभ हो जाता है।
क्या आप जानते हैं 60 संवत्सरों के नाम ?
प्रभव · विभव · शुक्ल · प्रमोद · प्रजापति · अंगिरा · श्रीमुख · भाव · युवा · धाता · ईश्वर · बहुधान्य · प्रमाथी · विक्रम · विषु · चित्रभानु · स्वभानु · तारण · पार्थिव · व्यय· सर्वजित् · सर्वधारी · विरोधी · विकृति · खर · नंदन · विजय · जय · मन्मथ · दुर्मुख · हेमलम्ब · विलम्ब · विकारी · शर्वरी· प्लव · शुभकृत् · शोभन · क्रोधी · विश्वावसु· पराभव · प्लवंग · कीलक · सौम्य · साधारण · विरोधकृत् · परीधावी · प्रमाथी · आनन्द · राक्षस · नल · पिंगल · काल · सिद्धार्थ · रौद्र · दुर्मति · दुंदुभि · रुधिरोद्गारी· रक्ताक्ष · क्रोधन · क्षय
यह ६०
संवत्सरों के उपर्युक्त नाम हैं।
आइये
जानते हैं किस राशी पर कैसा रहेगा इस संवत्सर का प्रभाव
मेष राशि ( चू - चे - चो - ला - ली - लू - ले - लो - आ )
यह वर्ष आपके लिये उत्साह वर्द्धक व
प्रगतिदायक है । इस वर्ष में व्यापक चुनौतियों का सामना करने की समता विकसित करनी
होगी । विपरीत परिस्थितियां आत्मविश्वास को कमजोर करने का प्रयत्न करेगी । अवसरों
की प्रतीक्षा छोड़कर स्वयं के लिये मार्ग निर्मित करने होंगे । शारीरिक स्वास्थ्य
पूर्ण सहयोगी न होकर बाधा भी खड़ी करेगा । धन का प्रवाह वर्षपर्यन्त तक बना रहेगा
। मित्रों बन्धुजनों से विशेष सहयोग की अपेक्षा आपको निराश करेगी । व्यवसाय के
मामले में उचित अवसरों की प्राप्ति होने पर भी लाभ उठाना कठिन होगा । स्वपरिश्रम व
उत्साह में जो प्राप्त होगा , वही
आपको संतोष देगा । पारिवारिक जीवन में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी । संतान
संबंधी विषय चिंतित करेंगे ।
धार्मिक कार्यो में आप भले सक्रिय न
हो , किन्तु अपने कुलदेवता का स्मरण आपको सुखदायी होगा । इस वर्ष
में व्यर्थ की यात्रायें अधिक होने से धन व समय दोनों की हानि होगी । अजनबी अथवा
अज्ञात लोगों से संपर्क या अधिक समीपता आपको धोखा करा सकती है । सोच समझकर मित्रता
करना हितकर होगा । पारिवारिक संबंधों , मित्रों
व रिश्तेदारों के साथ व्यवहार में अपनेपन का परिचय दें । किसी प्रकार की लापरवाही
निष्क्रियता से आपके संबंध नुन्यता को प्राप्त होंगे । वर्षारम्भ से 4 मई तक
व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी । आय के नवीन स्रोत विकसित होंगे । सक्रियता बनाये रखें
। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें । अन्नदान करें । दिव्यांगों की सहायता करें । 5 मई
से 18 जून के मध्य शारीरिक स्वास्थ्य में चुनौतिया , कार्यप्रणाली
में शिथिलता , धन के प्रवाह में बाधा , संघर्ष
के साथ कार्य बनेंगे । भूमि - भवन के कार्य में सक्रियता रहेगी । 18 जून से 16
अगस्त के मध्य बाहरी संपर्कों से लाभ , यात्रा
प्रवास , परिश्रम की अधिकता , खर्चों
में वृद्धि , दीर्घ यात्रा , धर्म
स्थलों में भ्रमण , घर में मांगलिक कार्य , पारिवारिक
कार्यो के लिये दौड़ - भाग होगी । 16 अगस्त से 10 सितम्बर के मध्य उत्साह के साथ
विभिन्न गतिविधियां संचालित होगी । रुके कार्यों में स्वास्थ्य में सफलता , प्रभाव शक्ति में वृद्धि , मान -
प्रतिष्ठा , नवीन जिम्मदारियों की प्राप्ति , कार्यक्षेत्र
में पदोन्नति व परिश्रम सार्थक होता दिखाई देगा । शत्रु पक्ष भी क्षीण रहेगा । 10
सितम्बर से 4 अक्टूबर के मध्य शारीरिक कष्ट , तनाव , व्यर्थ भ्रमण , दुर्घटना , माता - पिता को कष्ट , उच्च
पदस्थ लोगों से मतभेद , राजपक्ष से प्रतिकूलता , खर्चों
में वृद्धि , कायों में बाधा , क्रोध, अति उत्साह के कारण कार्य बिगड़ेंगे ।
दाम्पत्य जीवन में तनाव व जीवनसाथी को कष्ट के योग है । मासपर्यन्त सुन्दरकाण्ड का
पाठ करें । 4 अक्टूबर से 14 नवम्बर के मध्य विवाद , तनाव , क्रोध , धन के मामले में संघर्ष , कार्यों
में बाधा , बन्धुजनों से विरोध, अपयश , बनते कायों में बाधा , स्वयं
के कारण अवसरों की हानि , संतान को कष्ट , गलत
निर्णय या अति उत्साह में कार्य करने से धन हानि के योग हैं । पीपल वक्ष में दीप
जलायें । 14 नवम्बर से 23 दिसम्बर के मध्य धार्मिक क्रियाकलापों में भागीदारी , विदेश गमन के अवसर , सुखद
समाचार , घर से दूर प्रवास , यात्रायें , परिश्रम की अधिकता , कार्यो
में व्यस्तता रहेगी । 23 दिसम्बर से 17 जनवरी के मध्य सुखद समय व्यतीत होगा । रुके
कार्यो में सफलता , उत्साह , मित्रों से लाभ , यश
प्राप्ति , धनलाभ , दैनिक जीवन में प्रसन्नता , वाहन
लाभ , पदोन्नति , सरकारी
कार्यों में सफलता प्राप्त होगी । 17 जनवरी से 21 फरवरी के मध्य लाभदायी अवसरों की
हानि , संतान से जुड़े कार्यो में दौड़ - भाग , पारिवारिक जीवन में उलझन , गलत
निर्णय , गलत संगति से हानि , धार्मिक
कार्यों में अरुचि रहेगी । 21 फरवरी से वर्षान्त के मध्य आर्थिक मजबूती , व्यवसाय में लाभ , कार्यो
में सक्रियता , पारिवारिक मामलों में उचित निर्णय , नवीन व्यवसाय का सृजन , पारिवारिक
सम्पति , भवन आदि में निवेष , अवसरों
का लाभ , संतान के कार्यो मे सफलता , धन लाभ
होगा । विद्यार्थियों के लिये यह वर्ष मध्यम फलदायी है । वर्षपर्यन्त पढ़ाई में
किसी न किसी तरह की बाधा आती रहेगी । समय का सदुपयोग कर निरन्तर अध्ययनरत रहना
हितकर होगा । व्यापारी वर्ग के लिये यह वर्ष धैर्य की अपेक्षा रखता है । व्यापार
में मंदी , धन में निवेश सावधानीपूर्वक करें । स्त्री वर्ग । के लिये यह
वर्ष शुभ है । कामकाजी महिलाओं की पदोन्नति होगी ।।
वृष राशि ( ई - उ - ऐ - ओ - बा - बी - बू - वे - वो )
इस राशि के जातकों को यह वर्ष शुभफलदायी
होगा । उत्साह का संचार कुछ नवीन करने को प्रेरित करता रहेगा । नवीन विचारों पर
कार्य करने की उत्कंठा बनी रहेगी । दैनिक जीवन में व्यस्तता , विदेश
गमन आदि अवसरों की प्राप्ति होगी । नवीन अवसरों पर कार्य करने से व्यवसायिक लाभ
होगा । धन का प्रवाह कुछ बाधाओं के साथ बना रहेगा । आर्थिक मामलों में आपको संघर्ष
का सामना करना पड़ेगा । आवश्यकता के अनुसार धन की प्राप्ति सुगमता से नहीं होगी ।
मित्रों बंधुजनों से दूरी आपको चिंतित करेगी । पारिवारिक जीवन में आपको छोटे -
छोटे तनाव बने रहेंगे । कुटुम्बीजनों से बात - बात पर हो रहे मतभेद तनावग्रस्त
रखेंगे । स्वास्थ्य में सजगता रखने से लाभ होगा । खानपान के मामले में सावधानी
बरतें । नियमित स्वास्थ्य जांच से आपको आकस्मिक उत्पन्न होने वाले रोगों से
छुटकारा पाना सरल होगा । अचानक दुर्घटना , सर्जरी
आदि का सामना करना पड़ सकता है । वाहन संचालन में सावधानी बरतना हितकर होगा ।
निर्धन वर्ग की सहायता करें । दिव्यांगों को उनके उपयोग की वस्तुएं दान करें ।
विद्यार्थियों को यह वर्ष प्रगतिदायक है । प्रतियोगिता में लाभ होगा । विज्ञान व
प्रबन्धकीय शिक्षा से जुड़े लोग अधिक लाभ पाने में सफल रहेंगे । व्यापारी वर्ग को
यह वर्ष साधारण है । पूर्व में किया गया निवेश लाभ की प्रतीक्षा करायेगा ।
स्त्रीवर्ग को इस वर्ष में चिंतायें सतायेगी । विवाहित महिलाओं को ससुरालपक्ष से
प्रतिकूलता रहेगी । वर्षारम्भ से 28 मार्च तक स्वास्थ्य में उतार - चढाव , सिरदर्द , नेत्र
विकार , रक्तविकार , घर से
दूर प्रवास , तनाव , भ्रम की
स्थिति , सुख साधनों की प्राप्ति पर व्यय होगा । गाय को गह खिलायें । 28
मार्च से 11 मई के मध्य उत्साहवर्धन , धनलाभ , आनंददायक यात्रायें , सुख - साधनों की प्राप्ति , वाहन लाभ , आय के
नये स्रोत बनेंगे । सुखद समाचार , मित्रों
के सहयोग से कार्यो में लाभ , सरकारी
पक्ष से लाभ होगा । 13 मई से 30 मई के मध्य भ्रमण , खर्चा
में वृद्धि व्यर्थ के कार्यों में समय नष्ट होगा । खचों की अधिकता मे तनाव बढेगा ।
निर्धनों को अन्नदान करें । 30 मई से 9 जून के मध्य स्वास्थ्य में बाधा, उत्तेजना , तनाव , क्रोध की अधिकता , उत्साह
की कमी , शिथिलता रहेगी । 9 जून से 25 जून के मध्य राजपक्ष से लाभ , दैनिक जीवन में प्रसन्नता , व्यस्तता , व्यवसायिक लाभ होगा । मनोरंजक कार्यों में व्यय होगा । सुखद
समाचार से मन प्रसन्न रहेगा । 25 जून से 1 अगस्त के मध्य विभिन्न लाभ , वाहन का प्राप्ति , यश
प्रतिष्ठा , सामाजिक सक्रियता में वृद्धि , वैवाहिक
सख , अच्छे अवसरों का लाभ , उच्च
पदस्थ लोगों से सम्पर्क लाभ देगा । शुभ कार्यों में व्यय , घर में मांगलिक कार्य । संपादित होंगे । 1 अगस्त से 31 अगस्त
के मध्य आर्थिक मामलों में लाभ , नवीन
संसाधनों को प्राप्ति , परिवारिक वृद्धि , संतान
सुख , नवीन योजना पर कार्य , दैनिक
जीवन में प्रसन्नता , संबधियों
से लाभ होगा । 31 अगस्त से 27 सितम्बर के मध्य मित्रों से लाभ . सहकर्मियों से
प्रसन्नता , परिश्रम सार्थक , यश
प्राप्ति होगी । 27 सितम्बर से 23 अक्टूबर के मध्य भूमि लाभ , सामाजिक सक्रियता में वृद्धि , सरकारी
पद की प्राप्ति या सरकारी लाभ , नवीन
योजना पर कार्य होंगे । 23 अक्टूबर से 16 नवम्बर के मध्य स्वास्थ्य बाधा , तनाव रक्त विकार , मूत्र
विकार , व्यर्थ की दौड़ - भाग , संतान
को कष्ट , गलत सलाह से हानि होगी । दुर्गा सप्तशती का पाठ करें , दुर्गा चालीसा का नित्य पाठ करें । 16 नवम्बर से 10 दिसम्बर के
मध्य शारीरिक कष्ट , तनाव , शीतविकार , सिर
पीड़ा , खचों में वृद्धि , धन हानि
का योग है । रुद्राभिषेक करना हितकर होगा । 10 दिसम्बर से 3 जनवरी के मध्य उत्साह , दैनिक जीवन में प्रसन्नता , धनलाभ , यश प्राप्ति , दाम्पत्य
जीवन में सख होगा । 3 जनवरी से 27 जनवरी के मध्य शरीर कष्ट , उदर विकार , शरीर
पीडा , यात्राभ्रमण , विदेश
गमन आदि के योग है । 27 जनवरी से 20 फरवरी के मध्य नवीन कार्य , यश प्राप्ति , धनलाभ , लाभकारी अवसरों की प्राप्ति होगी । 20 फरवरी से 16 मार्च के
मध्य व्यवसायिक लाभ , धार्मिक कार्यों में सक्रियता , घर में
मांगलिक कार्य होंगे । 16 मार्च से वर्षान्त के मध्य । विभिन्न पक्षों से लाभ , इच्छित कार्य की सफलता , सक्रियता , यश प्राप्ति , धनलाभ
होगा ।
मिथुन राशि ( का - की - कू - घ - ङ - छ - के - को - हा )
मिथुन राशि के जातकों को यह वर्ष नवीन
वातावरण प्रदान करेगा । उच्च महत्वांकाक्षी प्रवृत्तियां हावी रहेगी । रचनात्मकता
के साथ कार्य करने पर जोर रहेगा । समय पर निर्णय | न लेने
से अवसरों की हानि व पश्चाताप भी होगा । कार्य प्रणाली में तेजी के चलते उतावलापन
भी रहेगा । अचानक कार्यों का बोझ आपके अंदर झझलाहट पैदा करेगा ।
स्वास्थ्य भी यदा कदा बाधित करता रहगा
। शारीरिक समस्याओं के साथ मानसिक उलझनें आपको तनावग्रस्त रखेगी । पारिवारिक जीवन
में प्रसन्नता , कदाबीजनों का सहयोग आपको उत्साहित करता रहेगा । बाहरी संपर्कों
का लाभ , मित्रों की सहायता आपको संतोष प्रदान करेगी । व्यवसाय में
नवीनता के लिये आपको इस वर्ष अतिरिक्त परिश्रम की आवश्यकता होगी । अनेक प्रयास
व्यर्थं जायेंगे । विद्याथियों के यह वर्ष प्रगतिदायक है । प्रतियोगी परीक्षाओं
में सफलता मिलने के योग है । व्यापारी वर्ग के लिये यह वर्ष उतार - चढ़ाव वाला
होगा । निवेश में हानि , व्यापार में धोखा भी संभव है । स्त्री वर्ग के लिये यह वर्ष
प्रगतिदायक है । दाम्पत्य जीवन में तनाव झेलना पड़ेगा । वर्षारम्भ से 7 अप्रैल के
मध्य उत्तम अवसरों की प्राप्ति धन लाभ , लाभकारी
यात्रायें होगी । 7 अप्रैल से 24 अप्रैल के मध्य शारीरिक कष्ट , तनाव , निराशा , मित्रों
से उचित लाभ नहीं मिलेगा । धनहानि , अपयश , व्यर्थ भ्रमण होगा । श्रीगणेश उपासना व गणपति अथर्वशीर्ष का
पाठ मासपर्यन्त करें या करायें । 25 अप्रैल से 9 मई के मध्य विभिन्न लाभ , प्रयासों में सफलता , भूमि -
भवन के कार्यों में दौड़ - भाग , खर्चों
वृद्धि होगी । 9 मई से 24 मई के मध्य कार्य उपयोगी यात्रायें , नवीन योजना के क्रियान्वयन के लिए दौड़ - भाग , व्यस्तता रहेगी । घर से दूर प्रवास , खर्चा में वृद्धि होगी । 24 मई से 18 जून के मध्य सुखद समाचार ,संपर्कों से लाभ , उच्च पदस्थ लोगों से मित्रता , किसी
निकट संबंधी की सहयोग लाभ देगा । दैनिक जीवन में प्रसन्नता रहेगी 18 जून से 12
जुलाई के मध्य दौड़ - भाग के साथ कार्यों में सफलता , घर से
दूर प्रवास , यात्रा भ्रमण अधिक , कार्यो
का बोझ , तनाव , नवीन योजना क्रियान्वयन होने से लाभ होगा । 12 जुलाई से 1
अगस्त के मध्य पारिवारिक सुख , धनलाभ , नवीन सम्बंधों की प्राप्ति , संतान
सुख , व्यवसाय में लाभ सुख साधनों पर व्यय , अचल संपति प्राप्त होगी । 1 अगस्त से 17 अगस्त के मध्य मानसिक
प्रसन्नता , धन प्राप्ति के नवीन साधनों पर कार्य , यश प्राप्ति , कुटुम्बीजनों
से लाभ मिलेगा ! 17
अगस्त से 2 सितम्बर के मध्य व्यवसायिक लाभ , मित्रों
से लाभ , कार्यो में उत्साह ,सहकर्मियों से प्रसन्नता , धन लाभ होगा । 2 सितम्बर से 22 सितम्बर के मध्य यश प्राप्ति
धनलाभ , सुख साधनों पर व्यय , सामाजिक
सक्रियता , वाहन लाभ होने के योग हैं , 22 सितम्बर से 14 अक्टूबर के मध्य उचित
मार्गदर्शन , नवीन कार्य , संतान
पक्ष से सुखद समाचार , उचित कार्य बनेंगे । मित्रों से लाभ होगा । 14 अक्टूबर से 4
नवम्बर के मध्य विभिन्न कार्यों में सक्रियता , कार्यों
में व्यस्तता के चलते छोटी - छोटी बातों से तनाव ,परिश्रम की अधिकता तनाव देगी । 4 नवम्बर
से 28 नवम्बर के मध्य यश प्राप्ति, रुके कार्यों में लाभ , संतान
के कार्यों में निवेश होगा । 28 नवम्बर से 17 दिसम्बर के मध्य स्वास्थ्य में बाधा , चोटभय , शत्रुभय , कार्यों
में विघ्न , वाहन भय बना रहेगा । खर्चों में वृद्धि से चिड़चिड़ापन , क्रोध की अधिकता रहेगी । मासपर्यन्त सुंदरकांड का पाठ करें 17
दिसम्बर से 4 जनवरी के मध्य दैनिक जीवन में प्रसन्नता , यश प्राप्ति , धनलाभ , धार्मिक शुभकार्यो में व्यय का योग है । 4 जनवरी से 24 जनवरी
के मध्य दीर्घ यात्रा , प्रवास धनलाभ स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव कार्यों में वृद्धि के
साथ बाधा का योग है ! दुर्गा पाठ करें ! 25 जनवरी से 21 फ़रवरी के मध्य उत्तम अवसरों
का लाभ , यश प्राप्ति धार्मिक
विषयों में रूचि, मित्रों से सहयोग उत्साह बना रहेगा ! 29
फ़रवरी से वर्षपर्यंत के मध्य शारीरिक कष्ट , तनाव , बनते कार्यों में बाधा वात रोग से पीड़ा रहेगी !
कर्क राशि ( ही - हू - हे - हो - डा - डी - डू - डे - डो )
कर्क राशि के जातकों को यह वर्ष
उत्साहवर्धक होने के साथ संघर्ष का सूचक भी है । इस वर्ष में अच्छे अवसरों की
प्राप्ति होने पर भी लाभ पाने के लिये अतिरिक्त परिश्रम करना पडेगा । आपके मार्ग
में अनेक बाधायें खड़ी रहने से अनेक अवसरों पर निराशा मानसिक क्लेश से जूझना
पड़ेगा । स्वास्थ्य पक्ष भी प्रतिकूलता लिये हुए आपकी कार्यप्रणाली को प्रभावित
करेगा । वातरोग , उदर रोगों से जुड़ी समस्यायें , बहुतायत
में आपको कष्ट देगी । स्वास्थ्य के प्रति विशेष सावधानी रखनी होगी । कोई गंभीर रोग
आपको कई दिनों तक अस्पताल से जोड़े रख सकता है । स्वास्थ्य पर खर्च बहुत होंगे ।
अत : खानपान में सावधानी बरतें । पारिवारिक मामलों में प्रसन्नता , धन का प्रवाह बना रहेगा । आय के साधनों की वृद्धि होगी ।
दांपत्य जीवन में उतार - चढ़ाव , जीवन
साथी के विवाद रहने के योग है । व्यवसायिक जीवन में सफलता के साथ संघर्ष भरा रहेगा
। बनते कार्यो में आवश्यकता से अधिक समय लगने से तनाव होगा । दैनिक जीवन में
व्यस्तता , दौड़ - भाग भी अधिक रहेगी । विद्यार्थियों के लिये यह वर्ष
प्रगतिदायक है । तकनीकी शिक्षा से जुड़े लोगों को लाभ होगा । व्यापारियों के लिये
यह वर्ष लाभकारी है । नवीन निवेश लाभ देगा । महिलाओं के लिये यह आप वर्ष सुखदायी
है । संतान पक्ष से चिंतायें रहेगी । वर्षारम्भ से 13 अप्रैल के मध्य आर्थिक
प्रसन्नता , कुटुम्बीजनों से टकराव , कार्यप्रणाली
मंद रहेगी । सुख साधनों का लाभ होगा । निर्ण व्यवसाय में निवेश के योग है । 13
अप्रैल से 14 मई के मध्य आय के साधनों में वृद्धि . धनलाभ , राजपक्ष से लाभ , इच्छित
कार्यों में सफलता प्राप्त होगी । स्वास्थ्य कमजोर रहेगा ! वात रोगों से कष्ट के
योग हैं । 14 मई से 18 जून के मध्य स्वास्थ्य में बाधायें , अचानक दुर्घटना , शरीर
कष्ट , चोटभय , रक्त विकार आदि से कष्ट के योग बनते हैं । कार्य में अरुचि , वर्ग - उच्चपदस्थ लोगों से विवाद भी संभव है । मासपर्यन्त
सुंदरकांड का पाठ करें । 18 जून से 16 जलाई के मध्य बाहरी सम्पर्को से लाभ , धनलाभ , व्यवसाय में वृद्धि , सुखद
समाचार , यश प्राप्ति , रुके
कार्यों में सफलता मिलेगी । सूर्योपासना करें । अन्नदान करें । 16 जुलाई से 16
अगस्त के मध्य उत्साह , धन के मामले में प्रगति , फंसे
हुए धन की प्राप्ति , पारिवारिक वृद्धि ,राजपक्ष से लाभ , दैनिक जीवन में व्यस्तता , दौड़भाग
होगी । रविवार के दिन गाय को गुड खिलायें । आदित्यहृदय स्तोत्र का मासपर्यन्त पाठ
करें । 16 अगस्त से 10 सितम्बर के मध्य से 14 धन लाभ , परिवार वृद्धि , संतान
सुख , नवीन योजना पर कार्य , भाग्योदयकारी
अवसरों की प्राप्ति , राजपक्ष से लाभ प्राप्त होगा । 10 सितम्बर से 4 अक्टूबर के
मध्य उत्साह , व्यवसाय में लाभ , सुखद
सहयोग , मित्रों से लाभ , नवीन
योजना पर कार्य , परिश्रम सफल होता दिखाई देगा । अच्छे अवसर प्राप्त होते रहेंगे
। 4 अक्टूबर से 15 नवम्बर के मध्य स्वास्थ्य बाधा , शारीरिक
दुर्बलता , अपयश , राजपक्ष से प्रतिकूलता , माता
पिता को कष्ट , संतान के शरीर कष्ट के योग बनते हैं । सूर्यगायत्री व
महामृत्युजय मंत्र का जप करना या कराना हितकर होगा । 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर के
मध्य नवीन योजनायें , उचित सलाह व मार्ग दर्शन से कार्यों में सफलता , धनलाभ , संतान से सुखद समाचार प्राप्त होगा 15 दिसम्बर से 17 जनवरी के
मध्य धन के मामले में परेशानी , आर्थिक
समस्या , आय की न्यूनता , राजपक्ष
से प्रतिकूलता , सरकारी कार्यो में बाधा से तनाव रहेगा । व्यवसाय में दौड़भाग , यात्रा भ्रमण अधिक होंगे । मासपर्यन्त शिवपूजन करें । 17 जनवरी
से 15 फरवरी के मध्य स्वास्थ्य में बाधायें , उदर
विकार , मंदगति से कार्य , धार्मिक
कार्यों में अरुचि , अपयश , अवसरों की हानि होगी । मासपर्यन्त विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ
करते रहें । 15 फरवरी से 14 मार्च के मध्य शारीरिक कष्ट , उदर विकार , नेत्र
विकार , पारिवारिक मामलों में विवाद व तनाव रहेगा । सूर्योपासना से लाभ
होगा । 14 मार्च से वर्षान्त तक पारिवारिक उन्नति , नवीन
समाचार , यश प्राप्ति , घर से
दूर प्रवास रहेगा ।
सिंह राशि ( म - मी - मू - मे - मो - टा - टी - टू - टे )
सिंह राशि के जातकों को यह वर्ष
चुनौती भरा होगा । इस वर्ष में लाभकारी अवसरों की प्राप्ति के बावजूद उलझन की
स्थिति बनी रहेगी । व्यवसाय में संघर्ष , परिश्रम
के सापेक्ष इच्छित सफलता न मिलने से अवसाद की स्थिति का सामना करना पड़ेगा ।
स्वास्थ्य में भी प्रतिकूलता आपको परेशान करेगी । उदर रोग , लीवर समस्या आदि के कारण आपको विभिन्न शारीरिक समस्याओं का
सामना करना पड़ सकता है । व्यवसायिक निर्णयों में सावधानी रखें । गलत निर्णय से
अच्छे अवसरों की हानि , धोखा , धनहानि संभव है । दाम्पत्य जीवन में परेशानी, जीवनसाथी को कष्ट , परस्पर
मतभेद और विरोध भी रहने के योग है । संतान पक्ष से चिंता। संतान के कार्यों में
बाधा , परस्पर विरोध भी रहने के योग है । विद्यार्थियों के लिये यह
वर्ष बाधाकारक है । नियमित अध्ययन ही सार्थक फल देगा । अति आत्मविश्वास से बचें ।
व्यापारी वर्ग के लिये यह वर्ष मंदी वाला होगा । निवेश में सावधानी रखें । महिलाओं
के लिये यह वर्ष सुखदायी है । विवाहित महिलायें , पति
पक्ष से चिंतित रहेगी । वर्षारम्भ से 13 अप्रैल के मध्य स्वास्थ्य में बाधायें , माता - पिता को कष्ट , रोजगार
में बाधा , तनाव , कुटुम्बीजनों से परस्पर विरोध रहने के योग हैं । राजपक्ष से
प्रतिकूलता रहेगी । स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहे । मास पर्यन्त आदित्यहृदय
स्तोत्र का पाठ करें । 13 अप्रैल से 14 मई के मध्य राजपक्ष से लाभ , उच्च पदस्थ लोगों से सम्पर्क लाभ देगा । अच्छे अवसरों की
प्राप्ति , उत्साह के साथ कार्य होंगे । 14 मई से 14 जून के मध्य राजपक्ष
से लाभ , इच्छित कार्यों में सफलता , आय
प्राप्ति के साधन बनेंगे । की पिता को शरीर कष्ट के योग बनते हैं । 14 जून से 16
जुलाई के मध्य विभिन्न पक्षों से लाभ सुखद समाचार , इच्छित
कार्यों में सफलता , नवीन योजना पर कार्य , परिश्रम
का लाभ प्राप्त होने से आप उत्साहित रहेंगें । 16 जुलाई से 16 अगस्त के मध्य
स्वास्थ्य में बाधा , सिर पीड़ा , रक्त
विकार , नेत्र विकार , घर से
दूर प्रवास , कार्यों में बाधायें , अचानक
दुर्घटना , धनहानि , विदेश गमन के योग बनते हैं । मासपर्यन्त सूर्योपनिषद का पाठ
करें । 16 अगस्त से 16 सितम्बर के मध्य उत्तम अवसरों का लाभ , साहसिक कार्य , रुके
कार्यों में सफलता , पिता का सहयोग , राजपक्ष
से लाभ , यश प्राप्ति होगी । 16 सितम्बर से 17 अक्टूबर के मध्य आर्थिक
मजबूती , पारिवारिक उन्नति , रुके
कार्य बनेंगे । परिवार वृद्धि , संतान
सुख , यश प्राप्ति , मित्रों
का सहयोग , धनलाभ होगा । 17 अक्टूबर से 15 नवम्बर के मध्य स्वपराक्रम से
कार्यसिद्धि , बन्धुविरोध , शरीर
में कष्ट आदि के योग बनते हैं । स्वास्थ्य में विकार , कार्यो में अरुचि , धनहानि , मानसिक अशान्ति रहेगी । आदित्यादि हृदय स्तोत्र का पाठ करें
अन्नदान करें । 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर के मध्य सामाजिक सक्रियता , मित्रों बन्धुओं से विरोध , विवाद , वाहन भय , अपयश
रहने के योग हैं । 15 दिसम्बर से 14 जनवरी के मध्य नवीन योजना पर कार्य , संतान प्राप्ति , धनलाभ , व्यवसाय में लाभ होंगे । 14 जनवरी से 12 फरवरी के मध्य
शत्रुदमन , सुख साधनों का लाभ , धनलाभ , व्यवसाय में प्रगति , प्रतिद्वन्दी
कमजोर होंगे । 12 फरवरी से 14 मार्च के मध्य दैनिक जीवन में तनाव , कार्यों में व्यस्तता , अनावश्यक
विवाद , पारिवारिक क्लेश का सामना करना पड़ेगा । सूर्य के जप करें । 14
मार्च से वर्षान्त तक स्वास्थ्य में परेशानी , चोट
दुर्घटना , घर से दूर प्रवास , विवाद , धनहानि , पारिवारिक क्लेश बना रहेगा !
कन्या राशि ( टो - पा - पी - पू - ष - ण - ठ - पे - पो )
कन्या राशि के जातकों को यह वर्ष शुभ
परिवर्तनकारी व प्रगतिदायी होगा । इस वर्ष में स्वास्थ्य में अनेक चुनौतियों का
सामना करना पड़ सकता है । स्वास्थ्य के प्रति सजग रहे । अचानक दुर्घटना अथवा गंभीर
रोग आपको अस्पताल के चक्कर लगाने को मजबूर करेगा । सर्जरी व गुप्त रोगों से कष्ट
के योग है । पारिवारिक जीवन में प्रसन्नता , बंधुजनों
का अच्छा सुख सहयोग प्राप्त होगा । धन की स्थिति वर्षपर्यन्त उत्तम रहेगी । आय
प्राप्ति के साधन विकसित होंगे । नवीन योजना पर कार्य , व्यवसायिक सक्रियता से लाभ होगा । दैनिक जीवन उलझाने वाला और
व्यस्तता से व्यतीत होगा । दाम्पत्य जीवन में असंतोष रहने के योग हैं । जीवन साथी
को शरीर कष्ट , रोगव्याधि के कारण परेशानी का सामना करना पड़ेगा । अविवाहितों
के विवाह में बाधायें रहने के योग हैं । विद्यार्थियों के लिये यह वर्ष पढाई में
बाधाकारी है । समय की उपयोगिता को समझना होगा । प्रतियोगिता परीक्षायें सफलता हेतु
कठिन परिश्रम की अपेक्षा रखती है । महिलाओं के लिये यह वर्ष चुनौती भरा रहने के
योग हैं । संतान संबंधी चिंतायें रहेगी । व्यापारियों के लिये यह वर्ष मंदी वाला
है । वर्षारम्भ से 7 अप्रैल के मध्य स्वास्थ्य समस्यायें , कार्यों में दौड़ - भाग , व्यर्थ
के कार्यों में समय की बरबादी होगी । 7 अप्रैल से 24 अप्रैल के मध्य स्वास्थ्य
समस्या , एलर्जी , तनाव , उदासीनता रहेगी । निष्क्रियता का भाव बना रहेगा । कामकाज में
अरुचि , उत्साहहीनता आपके पराक्रम को कमजोर करेंगे । 24 अप्रैल से 9 मई
के मध्य यात्रा भ्रमण , प्रवास , स्वभाव में आक्रामकता , मित्रों
व बंधुजनों से मतभेद , परिवार से दूरी आपको तनाव देगी । 9 मई से 24 मई के मध्य अच्छे
अवसरों का लाभ , धार्मिक विषयों में रुचि , सक्रियता , मित्रों व बंधुजनों के सहयोग से व्यवसाय में लाभ , तीर्थ भ्रमण आदि के योग हैं । 24 मई से 18 जून के मध्य
व्यवसायिक लाभ , उच्च पदस्थ मित्रों का सहयोग,
सुखद समाचार , नवीन योजनायें क्रियान्वित होगी । 18 जून से 11 जुलाई के मध्य
भ्रमण , कार्यो के लिये यात्रायें , दौड़भाग , विदेश गमन के योग भी हैं । 11 जुलाई से 1 अगस्त के मध्य
विभिन्न लाभप्रद कार्य संपादित होंगे । मित्रों का सहयोग लाभ देगा । सुखसाधनों की
प्राप्ति , वाहन सुख आदि के लिये व्यय होगा । 1 अगस्त से 17 अगस्त के मध्य
इच्छित कार्यों में सफलता , धनलाभ , लाभकारी सलाहें प्राप्त होंगे । संतान सुख, अथवा
संतान के कार्यों में प्रगति होगी । 17 अगस्त से 2 सितम्बर के मध्य स्वास्थ्य में
हल्के उतार - चढ़ाव , सिरपीड़ा , क्रोध , कार्यों में व्यस्तता से स्वास्थ्य समस्यायें कष्ट देंगी ।
खर्चों में वृद्धि रहेगी । 2 सितम्बर से 22 सितम्बर के मध्य सुखद वातावरण की
प्राप्ति , मनोनुकूल " परिस्थितियां प्राप्त होगी । इच्छित कार्यों
में लाभ होगा । दैनिक जीवन में प्रसन्नता बनी रहेगी । 22 सितम्बर से 14 अक्टूबर के
मध्य पारिवारिक उन्नति , धनलाभ , कुटुम्बीजनों का सहयोग सुकून देगा । मित्रों व बंधुओं का सहयोग
किसी रुके कार्य को सिद्ध करेगा । 14 अक्टूबर से 4 नवम्बर के मध्य घर से दूर
प्रवास , यात्रा भ्रमण , धनलाभ , कार्यों में सफलता प्राप्त होगी पारिवारिक जीवन में समय का
प्रयोग कम होने से कटम्बीजनों में तनाव रहेगा । 4 नवम्बर से 28 नवम्बर के मध्य
नवीन विचारों पर कार्य , पारिवारिक उन्नति , संपति
में वृद्धि , रुके धन की प्राप्ति , कर्जों
से मुक्ति आपको सुकून देगा । 28 नवम्बर से 17 दिसम्बर के मध्य उत्साह , स्वभाव में आक्रामकता , वाणी
में कठोरता , बंधुजनों से विरोध आदि समस्याएं आपको घेरेगी । 17 दिसम्बर से 4
जनवरी के मध्य सामाजिक सक्रियता , यश
प्राप्ति, सामाजिक सहयोग में
वृद्धि , पारिवारिक संपति में वृद्धि , सहकर्मियों
से सुखद सहयोग प्राप्त होगा । 4 जनवरी से 25 जनवरी के मध्य संतान पक्ष से
प्रसन्नता , उचित सलाह , उचित
निर्णय से आप प्रगति का नया मार्ग बनायेंगे । लाभ की योजनायें क्रियान्वित होंगी ।
मित्रों का अच्छा सहयोग प्राप्त होगा । 25 जनवरी से 4 फरवरी के मध्य स्वास्थ्य में
बाधा , शिथिलता वात रोगों से कष्ट , पाचन
समस्यायें , कार्यप्रणाली को प्रभावित करेगी । 4 फरवरी से 14 फ़रवरी के मध्य
कार्यो में अरुचि , व्यर्थ की हानि , समय की
बरबादी आपको तनाव देगी । 14 फ़रवरी से 11 मार्च के मध्य विभिन्न लाभ , यश प्राप्ति , उचित
मंत्रणा , परिश्रम की सार्थकता यश प्राप्ति होगी । 11 मार्च से 21 मार्च
के मध्य स्वास्थ्य में उतार - चढ़ाव , कार्यों
में मंदी , अरुचि बनी रहेगी!
तुला राशि ( रा - री - रु - रे - रो - ता - ती - तू - ते )
तुला राशि के जातकों के लिए यह वर्ष
प्रगतिदायक व नवीन विचारों को गति देना वाला होगा ! स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें !
खान पान में सावधानी रखना हितकर होगा ! कफ़ विकार रक्त विकार नेत्र आदि अंगों में
कष्ट आपको समस्याएं करेंगे पारिवारिक जीवन सुखदायी रहने के योग हैं कुटुंबीजनों से
सतत सहयोग प्राप्त होने से आपको मानसिक शांति प्राप्त होगी ! धन की स्थिति मजबूत
रखने के लिए विभिन्न क्रियाकलापों में परिश्रम होता रहेगा ! मित्रों का सहयोग
प्राप्त ना होगा आपको तनाव व निराशा देगा व्यवसाय में भी परिश्रम के सापेक्ष सफलता
न मिलना व्यर्थ की दौड़ भाग कार्यों में बार-बार आ रही बाधाएं आपके उत्साह को
प्रभावित करेगी ! अच्छे अवसरों का लाभ मिलने पर भी अनेक बार व्यर्थ रहेंगे! उचित
लाभ प्राप्त नहीं होंगे ! राजपक्ष से प्रतिकूल रहेगी ! विद्यार्थियों के लिए यह
वर्ष प्रगतिदायक है तकनीकी शिक्षा से जुड़े लोगों को लाभ होगा ! महिलाओं के लिए यह
वर्ष संघर्ष के साथ तनाववादी है! व्यापारियों के लिए यह वर्ष निवेश में वृद्धिकारक
है ! वर्षारम्भ से 28 मार्च के मध्य कार्यों में उत्साह, दैनिक जीवन में तेजी, सक्रियता,
कुछ नया करने का उत्साह बना रहेगा ! 28 मार्च से 13 मई के मध्य
यात्रा भ्रमण, प्रवास, विदेशगमन,
स्वास्थ्य के हलके उतार-चढ़ाव, आनंददायक
कार्यों में खर्च, विभिन्न गतिविधियों में सक्रियता रहेगी !
13 मई से 30 मई के मध्य दौड़ भाग, परिश्रम की हानि , असफलता, समय की बर्बादी, धन
हानि के योग भी हैं ! 30 मई से 9 जून के मध्य स्वास्थ्य में बाधा उतार-चढ़ाव गर्मी
का प्रकोप शरीर को कमजोर करेगा ! 9 जून से 25 जून
के मध्य कुछ नवीनता, अवसरों का लाभ, नए
मार्गों का सृजन , बाहरी संपर्कों से लाभ , परिश्रम दौड़-भाग का परिणाम सुखद रहेगा ! 25 जून से 1 अगस्त के मध्य
भाग्योद्याकारी अवसरों का लाभ, उत्साह , मित्रों का सहयोग , धार्मिक रूचि ,पिता का सहयोग , स्त्रीवर्ग से कार्यसिद्धि होगी !
01 अगस्त से 31 अगस्त के मध्य यश प्राप्ति , राजपक्ष से लाभ,
शुभ कार्यों में व्यय ,घर में मांगलिक कार्य ,
नवीन योजनाये की क्रियान्वित होंगी ! 31 अगस्त से 27 सितम्बर के
मध्य राजपक्ष से लाभ, संपर्कों के कारण कार्यसिद्धि ,
उत्साह , नवीन योजना पर कार्य, यश प्राप्ति , विभिन्न लाभ होगा ! 27 सितम्बर से 23
अक्टूबर के मध्य इच्छित कार्यों में सफलता , लाभ की योजनाएं ,
भाई बन्धुओं का सहयोग , उचित सलाह , उचित मार्गदर्शन की प्राप्ति व उन पर कार्य करना हितकारी होगा ! 23
अक्टूबर 16 नवम्बर के मध्य स्वास्थ्य समस्याएँ , शारीरिक
दुर्बलता , कफ़ विकार ,शीत प्रकोप के
कारण कष्ट झेलना पड़ेगा ! खान–पान में सावधानी रखें , खर्चों में वृद्धि रहेगी, दूध से शिव जी का अभिषेक
करें ! 16 नवम्बर से 10 दिसम्बर के मध्य स्वास्थ्य सुख , रोग
शान्ति, कार्यों में सक्रियता विभिन्न लाभ , दैनिक जीवन में आनंद सुख की प्राप्ति, रुके कार्यों
में सफलता , धन लाभ , सुख साधनों में
व्यय होगा ! 10 दिसम्बर से 03 जनवरी के मध्य पारिवारिक उन्नति , धन लाभ, परिश्रम की सफलता , उत्साह
, नवीन विचारों पर कार्य , मित्रों व
बंधुओं का सहयोग प्राप्त होगा ! 03 जनवरी से 27 जनवरी के मध्य उत्साह , लाभ की योजना , भाई का सहयोग , व्यवसायिक उन्नति ,सहकर्मियों का सहयोग सुखदायी
रहेगा ! 27 जनवरी से 20 फरवरी के मध्य भूमि भवन की प्राप्ति , सामाजिक कार्यों में भागीदारी, यश प्राप्ति ,
शुभकार्यों में व्यय, व्यवसायिक लाभ प्राप्त
होते रहेंगे ! 20 फ़रवरी से 16 मार्च के मध्य उचित मार्गदर्शन से कार्यसिद्धि ,
सुखद समाचार की प्राप्ति मन प्रसन्न करेगी ! पारिवारिक उन्नति ,
कुटुंबवृद्धि, संतान सुख प्राप्त होगा ! 16
मार्च से वर्षांत तक स्वास्थ्य में हलके उतार-चढ़ाव कष्ट देंगे ! शीत प्रकोप,
एलार्जी, नेत्र विकार , पाचनविकार
आपको कष्ट देंगें, स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें !
वृश्चिक राशि ( तो - ना - नी - नू - ने - नो - या - यी - यू )
वृश्चिक राशि के जातकों के लिये यह
वर्ष उत्साहवर्धक परिवर्तनशील होगा । इस वर्ष में नवीन विचारों पर कार्य तेजी से
होने के योग हैं । पूर्व में उत्पन्न रोग आदि दोष शान्त होकर स्वास्थ्य में सुधार
होगा । खानपान में सावधानी रखना हितकर रहेगा । पारिवारिक जीवन में कुछ तनाव आपको
विचलित करेंगे । धन संबंधी परेशानियां , कर्जेदारी , खर्चा की अधिकता आपको तनाव देगी । मित्रों व बंधुजनों से विरोध , व्यस्तता , दौड़भाग
होगी । सुख साधनों की प्राप्ति , भूमि
भवन के कार्यो में निवेश होगा । दांपत्य जीवन में प्रसन्नता , जीवनसाथी से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा । व्यवसायिक जीवन में
प्रगतिदायी अवसरों की प्राप्ति से सफलता सहजता से प्राप्त होगी । सरकारी लाभ , उच्च पदाधिकारियों से सम्पर्क , कार्यो
में काम आयेगा । विद्यार्थियों के लिये है वर्ष संघर्ष व परिश्रम की अपेक्षा रखता
है । उचित सफलता हेतु सतत परिश्रमशील बने हैं । महिलाओं के लिये यह वर्ष सुखदायी
रहने के योग हैं । संतान से चिंता रहेगी । व्यापारियों लिये यह वर्ष मध्यम फलदायी है । वर्षारम्भ से 5 अप्रैल के मध्य
उत्साह के साथ कार्य होंगे । स्वभाव में आक्रामकता , क्रोध
पर नियंत्रण रखना हितकारी रहेगा । 5 अप्रैल से 24 अप्रैल मध्य परिश्रम की सफलता , स्वप्रयासों से कार्यसिद्धि , शत्रुदमन , रोग शान्ति होगी । 24 अप्रैल - 4 मई के मध्य बंधुविरोध , अति उत्साह जोश में कार्य करना हितकारी नहीं रहेगा । 4 मई से 3
जून के मध्य स्वास्थ्य में बाधायें , चोटभय , वाहन भय , विवाद , अपयश का सामना करना पड़ेगा । 4 जून से 18 जून के मध्य दौड़भाग , अपयश , तनाव , क्रोध , सहकर्मियों से विवाद , चड़चिड़ापन
बढ़ेगा । 18 जून से 17 जुलाई के मध्य पारिवारिक उन्नति , संतान पक्ष से प्रसन्नता , यश
प्राप्ति , उचित सलाह लाभ देगी । रुके कार्य में सफलता मिलेगी । 17 जुलाई
से 16 अगस्त के मध्य इच्छित कार्यो में सफलता , धनलाभ , दीर्घ यात्रा , भ्रमण
होंगे । 16 अगस्त से 10 सितम्बर के मध्य शत्रुदमन , रोगशान्ति , स्वास्थ्य सुख , प्रतिद्वन्दियों
का प्रभाव क्षीण होगा । रुके कार्य बनेंगे । खर्चा में वृद्धि , स्वभाव में स्वेच्छाचारिता बढ़ेगी । 10 सितम्बर से 4 अक्टूबर
के मध्य भ्रमण , कार्यो में निमित्त दौड़ - भाग , परिश्रम
की अधिकता , बंधुजनों से विरोध , लाभप्राप्ति
हेतु आक्रामकता , विवाद का सामना करना पडेगा । मासपर्यन्त सुन्दरकांड का पाठ
करें ! 4 अक्टूबर से 14 नवम्बर के मध्य नवीन योजना पर कार्य , सक्रियता , दौड़ -
भाग , परिश्रम अधिक होगा । 14 नवम्बर से 23 दिसम्बर के मध्य
पारिवारिक उन्नति , सुखदायी समाचार , स्वभाव
में शान्ति , उतावलापन में कमी . मनोनकूल परिस्थितियां बनेगी । व्यर्थ के
क्रियाकलापों पर रोक लगेगी । 23 दिसम्बर से 22 जनवरी के मध्य स्वयं के द्वारा
कार्यो की हानि , स्वभाव में क्रोध , हठपन के
कारण मित्रों से भी शत्रुता , खर्चा
में वृद्धि से धनहानि कर्जेदारी से कार्य चलाना पड़ेगा । मासपर्यन्त सुंदरकांड का
पाठ करें । 22 जनवरी से 15 फरवरी के मध्य उत्साह , कुछ
नवीन करने का हौंसला बनेगा । खर्चों में वृद्धि , धन की
कमी से तनाव झेलना पड़ेगा । 15 फरवरी से 11 मार्च के मध्य दैनिक जीवन में प्रभाव
शक्ति की प्राप्ति किन्तु दाम्पत्य जीवन में तनाव , जीवनसाथी
को शरीर कष्ट , परस्पर मतभेद का सामना करना पड़ेगा । मासपर्यन्त सुंदरकांड का
पाठ करें । 11 मार्च से 2 अप्रैल के मध्य सुख शान्ति के साथ कार्य होंगे । परिवार
में धन की स्थिति मजबूत होगी । कार्यक्षेत्र में नेतृत्व नवीन जिम्मेदारियों की
प्राप्ति के योग हैं । 2 अप्रैल से वर्षान्त के मध्य विभिन्न लाभ , यश प्राप्ति रुके कार्यों में सफलता प्राप्त होगी ।
धनु राशि ( ये - यो - भा - भी - भू - ध - फ - ढ - भे )
धनु राशि के जातकों को यह वर्ष उन्नति
के साथ चुनौती भरा भी होगा । कार्यों में उत्पन्न बाधायें आपको अधिक परिश्रम करने
को प्रेरित करेंगी । निर्णय लेने में असमजंस की स्थिति , गलत सलाह या मार्गदर्शन की कमी आपके निर्णयों को प्रभावित
करेंगी । किसी प्रकार का धोखा , निकटस्थ
के द्वारा बाधा उत्पन्न करने से तनाव होगा । स्वास्थ्य में बाधायें आती जाती
रहेंगी । उदर रोग , लीवर संक्रमण , पाचन
शक्ति में कमी रहेगी । चोट , सर्जरी आदि से भी सामना
होने के योग है । पारिवारिक जीवन में उदासीनता , कुटुम्बीजनों
से विरोध , परस्पर बात - बात में मतभेद आपको तनाव देगा । व्यवहार में
सावधानी बरतना अपनों को समीप लाने में सहायक होगा । धन के मामले में सावधानी व सोच
समझकर कार्य करें । दाम्पत्य जीवन में क्लेश रहने के योग हैं । जीवनसाथी के
स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें । व्यवसाय में सफलता के लिये
परिश्रम से न चूकें । राजपक्ष से प्रतिकूलता , उच्च
पदस्थ लोगों से मतभेद के फलस्वरुप सरकारी कार्यो में चक्कर लगाने पड़ सकते हैं ।
संतान के विषय में सजग रहें , उनकी
गतिविधियों को अनदेखा करना हितकर नहीं है । विद्यार्थियों के लिये यह वर्ष अधिक
परिश्रम की अपेक्षा रखता है । व्यापारियों के लिये यह वर्ष शुभ रहेगा । बड़ा निवेश
लाभ देगा । महिलाओं के लिये यह वर्ष शुभफलदायी है । अविवाहितों को विवाह संबंधी
चिंताये सतायेगी । वर्षारम्भ से 29 मार्च के मध्य स्वास्थ्य सुख , परिश्रम की सफलता , धार्मिक
कार्यो में रुचि , नवीन योजना पर कार्य , संतान
विषयक मामलों में प्रसन्नता रहेगी । 29 मार्च से 15 मई के मध्य स्वास्थ्य
समस्यायें , कामकाज में अरुचि , आर्थिक
बाधायें , परिवार में चिंता , क्लेश , अपयश की प्राप्ति , संतान
से कष्ट अथवा चिंता रहेगी । विष्णुसहस्त्रनाम का नित्य पाठ हितकर होगा । 15 मई से 29
जून के मध्य घर से दूर प्रवास में समय व्यतीत होगा । कुटुम्बीजनों के साथ रहना
नहीं सुहायेगा । परस्पर होते मतभेद आपको परिवार से दूर ले जायेंगे । आय की कमी भी
आपकी चिंताओं को बढ़ायेगी । कार्यक्षेत्र में अपेक्षित सफलता न मिलने से मन उदास
रहेगा । 29 जून से 26 जुलाई के मध्य विभिन्न लाभ के कार्यो में संलग्नता होगी ।
धार्मिक कार्यों में रुचि , आध्यात्मिक अभिरुचि , तीर्थो
का भ्रमण इस अवधि में होगा । घर में मांगलिक कार्य , शुभ
व्यय , संतान पर भी खर्च के योग हैं । 26 जुलाई से 13 सितम्बर के मध्य
शुभ सलाह आपको लाभ देगी । वृद्धजनों से सलाह मशवरा हितकारी रहेगा । दैनिक जीवन में
प्रसन्नता , वैवाहिक सुख , सुख
साधनों की प्राप्ति होती रहेगी । यात्रा भ्रमण होते रहेंगे । कार्यों के संबंध में
कई स्थानों का भ्रमण होगा । 13 सितम्बर से 30 अक्टूबर के मध्य पारिवारिक उन्नति , सुखद समाचार , विवाह
सुख , कुटुम्ब में वृद्धि , नवीन
योजना पर कार्य , धनलाभ , यश प्राप्ति , अच्छे
अवसरों का लाभ मिलेगा । 30 अक्टूबर से 20 नवम्बर के मध्य विभिन्न गतिविधियों में
सक्रियता , धन का प्रवाह बना रहेगा । आय के नवीन साधन विकसित करने हेतु
प्रयास होंगे । राजपक्ष से लाभ , मित्रों
का सहयोग , कार्यसिद्धि में सहायक होगा । 20 नवम्बर से 23 दिसम्बर के मध्य
मन की गति विपरीत सी रहेगी । कामकाज में अरुचि , - कार्यो
में शिथिलता , उचित लाभ न मिलने से तनाव , जमापूंजी
को हानि संभव है । 23 दिसम्बर से 17 जनवरी के मध्य स्वास्थ्य समस्यायें , उदर रोग , पाचन
समस्या , संक्रमण आदि के कारण शरीर कमजोर रहेगा । कर्जेदारी से कार्य
चलेगा । 17 जनवरी से 15 फरवरी के मध्य स्वास्थ्य समस्यायें , आक्रामकता , क्रोध
की वृद्धि रहेगी । अपने लोगों पर अविश्वास , चिड़चिड़ापन , क्रोध बढ़ेगा । योग्यता का उचित लाभ न मिलने से तनाव व अवसाद
की स्थिति | रहेगी । 15 फरवरी से 4 मार्च के मध्य आर्थिक प्रगति हेतु
प्रयास तेज होंगे । प्रतिकूलता बनी रहेगी । उचित सलाह व मार्गदर्शन न मिलने से
निर्णय लेना कठिन सा रहेगा । 4 मार्च से 5 अप्रैल के मध्य मंदगति से कार्य होंगे ।
स्वास्थ्य में प्रतिकूलता , आर्थिक समस्यायें चिंता देगी । 5 अप्रैल से वर्षान्त के मध्य
कुछ परिवर्तनकारी परिस्थितियां बनेगी । धनलाभ , यश
प्राप्ति , पराक्रम , परिश्रम
सार्थक रहेगा ।
मकर राशि ( भो - जा - जी - खी - खू - खे - खो - गा - गी )
मकर राशि के जातकों को यह वर्ष
मिश्रित फल वाला होगा । कुछ नवीन करने की उत्कंठा बनी रहेगी । मन चलायमान स्थिति
में होने से नये विचारों का प्रवाह बना रहेगा महत्वाकांक्षता की वद्धि के साथ
कार्यप्रणाली में तेजी रखना हितकारी होगा । स्वास्थ्य अच्छा सहयोगी बनकर आपके
कार्यो में गति देगा । मस्तिष्क पर अधिक बोझ , निरन्तर
चिंतन तनाव देगा । क्रोध की अधिकता , उतावलापन
आपके लिये हितकर नहीं है । पारिवारिक जीवन में | सुखदायी
वातावरण प्राप्त होगा । सुखद समाचार , परिवार
वृद्धि , धन की स्थिति मजबूत रहेगी । आय के नवीन स्रोत सृजित करने हेतु
प्रयास होता रहेगा । खर्चों में वृद्धि , घर में
मांगलिक कार्यो का आयोजन होगा । मित्रों व बंधुजनों के सहयोग से कार्य सिद्ध होंगे
। कार्यक्षेत्र में नवीन - जिम्मेदारियां प्राप्त होंगी । दाम्पत्य जीवन में
सुखदायी वातावरण रहेगा । जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर ध्यान देना उचित होगा । संतान
पक्ष से लाभ अथवा संतान के कार्य होंगे । व्यवसाय में उत्तम लाभ , नवीन व्यवसाय का सृजन आपके आत्मविश्वास की वृद्धि करेगा ।
सरकारी सहयोग से लाभप्रद योजनायें क्रियान्वित होंगी । आमदनी में वृद्धि , यश प्राप्ति , अच्छे
अवसरों का लाभ मिलता रहेगा । विद्यार्थियों के लिये यह वर्ष प्रगतिदायक है ।
मेडिकल , फैशन आदि के विद्यार्थियों को लाभ होगा । व्यापारियों के लिये
यह वर्ष लाभप्रद है । पिछला निवेश इस वर्ष फलीभूत होगा । महिलाओं के लिये यह वर्ष
सुखदायी है । कामकाजी महिलाओं को कष्टों का सामना करना पड़ेगा । वर्षारम्भ से 2
अप्रैल के मध्य स्वास्थ्य सुख के साथ खर्चों में वृद्धि , घर से दूर प्रवास , दौड़ -
भाग होगी । 2 अप्रैल से 11 मई के मध्य हल्की शारीरिक समस्यायें , उदर रोग , आलस्य
प्रमाद , कामकाज में अरुचि , धनहानि , परिश्रम के सापेक्ष उचित परिणाम प्राप्त न होने से तनाव होगा ।
11 मई से 19 जून के मध्य घर से दूर रहना हितकर होगा । कुटुम्बीजनों से विरोध , स्वास्थ्य समस्यायें , अपयश , आलस्य , मातापिता को कष्ट , पिता के
कार्यों में बाधा रहेंगी । 19 जून से 6 अगस्त के मध्य कार्यों में उत्साह , सक्रियता के बावजूद उचित लाभ की प्राप्ति दिखाई नहीं देगी ।
मंदगति से कार्य होंगे । धैर्य , प्रतीक्षा
ही एकमात्र समाधान होगा । 6 अगस्त से 29 सितम्बर के मध्य यात्रा - भ्रमण , कार्यो के निमित्त अधिक यात्रायें होंगी । कार्यों में
व्यस्तता बनी रहने से स्वास्थ्य में कुछ समस्यायें भी झेलनी पड़ेंगी । 29 सितम्बर
से 19 नवम्बर के मध्य सक्रियता , उत्साह
बना रहेगा । मित्रों व बंधुओं का सहयोग अथवा उनके प्रति उदासीनता का भाव आपके
कार्यों में सहायक नहीं होगा । आर्थिक समस्यायें आपको चिंता देगी । 19 नवम्बर से
24 दिसम्बर के मध्य मन कुछ उत्साहित रहेगा । कुछ अच्छा होने के संकेत प्राप्त
होंगे । धन की स्थिति में सुधार आने के योग हैं । 24 दिसम्बर से 22 जनवरी के मध्य
कुछ शारीरिक समस्या वात रोगों से कष्ट , आपको
परेशान करेगा । हाथ पैरों में पीड़ा , जोड़ों
में दर्द , मांसपेशियों में पीड़ा से आवागमन की शक्ति क्षीण सी रहेगी । 22
जनवरी से 15 फरवरी के मध्य अति सक्रियता से लाभ की अपेक्षा हानि , व्यर्थ के परिश्रम में समय की बरबादी होगी । 15 फरवरी से 24
मार्च के मध्य कुछ नवीन क्रियाकलाप आपको आनंदित करेंगे । धन की समस्यायें सुलझती
हुई दिखाई देगी । आय प्राप्ति के नवीन साधन प्राप्त होंगे । सुखद समाचार , पारिवारिक उन्नति से मन प्रसन्न रहेगा । 24 मार्च से वर्षान्त
के मध्य लाभकारी योजनायें क्रियान्वित होगी । धन की स्थिति मजबूत , आर्थिक मामलों में स्वतन्त्रता , किसी
प्रकार की आर्थिक परतन्त्रता में कमी आयेगी ।
कुम्भ राशि ( गू - गे - गो - सा - सी - सू - से - सो - द )
कुम्भ राशि के जातकों को यह वर्ष
मध्यम फलदायी है । कुछ नवीन करने की योजना बनाने के साथ ही उत्पन्न व्यवधान आपको
व्यथित करेंगे । उत्साह व तेजी से आरम्भ किया गया कार्य शीघ्र ही मंदी चाल में आकर
आपकी कार्यप्रणाली को प्रभावित करेगा । परिश्रम के सापेक्ष सफलता न मिलने से
निराशा के भाव जागेंगे । धन के मामले में संघर्ष की स्थिति रहेगी । होते कार्य
किसी न किसी अज्ञात कारण से बाधित होने से आप तनाव में रहेंगे । कर्जेदारी अथवा
धनहानि , मित्रों से उचित सहयोग न मिलना आपको चिंतित करेगा । गुजारे
योग्य धन की प्राप्ति होगी । पारिवारिक जीवन में सुख की कमी , कुटुम्बीजनों से बात - बात पर मतभेद , पारिवारिक सदस्यों की स्वेच्छाचारी प्रवृत्ति आपको परेशान
करेगी । जीवनसाथी का सहयोग आपको मिलता रहेगा । बच्चों के लिये दौड़भाग , धन का व्यय बढ़ेगा । कार्यों में व्यस्तता , परिश्रम , दौड -
भाग बढने से स्वास्थ्य में परेशानियां आयेगी । व्यवसायिक मंदी में राजपक्ष की
प्रतिकूलता से तनाव रहेगा । स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें । विद्यार्थियों के लिये
यह वर्ष प्रगतिदायक रहेगा । पढ़ाई में लापरवाही सफलता को बाधित करेगी ।
व्यापारियों के लिये यह वर्ष मंदी वाला रहेगा । महिलाओं के लिये यह वर्ष शुभ है । वर्षारम्भ से 2
अप्रैल के मध्य स्वास्थ्य में बाधा , शिथिलता , आलस्य प्रमाद , शारीरिक
दुर्बलता , घर से दूर प्रवास , यात्राभ्रमण
होंगे । 2 अप्रैल से 11 मई के मध्य विभिन्न गतिविधियों में समय बीतेगा । खर्चा में
वृद्धि , मातापिता को कष्ट , आर्थिक
समस्यायें चिंता देगी । 11 मई से 19 जून के मध्य यात्रा भ्रमण , कार्यों के निमित दौड़ - भाग , परिश्रम
की अधिकता , असफलता , व्यर्थ की चिंतायें रहेंगी । बंधुजनों से प्रतिकूलता , सामाजिक सक्रियता में कमी , अपयश , वाहन भय , शरीर
कष्ट के योग है । 19 जून से 6 अगस्त के मध्य शारीरिक समस्यायें , शत्रु वृद्धि , एकांतवासी
प्रवृति , कुटुम्बीजनों से दूरी रहेगी । 6 अगस्त से 29 सितम्बर के मध्य
विभिन्न गतिविधियों में सक्रियता , कामकाज
में अरुचि , घर से दूर समय व्यतीत होगा । धन और परिश्रम का व्यय होता रहेगा
। 29 सितम्बर से 19 नवम्बर के मध्य कुटुम्बीजनों से मतभेद , परिवार में अरुचि , आर्थिक
समस्यायें , गुजारे योग्य धन की प्राप्ति , बंधुओं
व मित्रों के प्रति प्रेम व अनुराग में कमी , उचित
सलाह प्राप्त होने पर भी निष्क्रियता बनी रहेगी । 19 नवम्बर से 24 दिसम्बर के मध्य
स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव , उदर रोग , पाचन
शक्ति कमजोर रहेगी । वात रोगों से शरीर पीड़ित रहेगा । धार्मिक कार्यो में अरुचि , एकांतवासिता बढ़ेगी । 24 दिसम्बर से 8 जनवरी के मध्य धन के
मामले में कुछ नवीन करने की प्रेरणा , उत्साह , सक्रियता , पारिवारिक
सहयोग प्राप्त होगा । 8 जनवरी से 29 जनवरी के मध्य स्वास्थ्य बाधा , अचानक
शरीर कष्ट , दुर्घटना , माता-पिता
को कष्ट , पिता से दूरी संभव है । 29 जनवरी से 15 फरवरी के मध्य आलस्य , स्थिलता , कामकाज
में लापरवाही , घर से दूर प्रवास , स्वास्थ्य
बाधा , कमजोरी रहेगी । 15 फरवरी से 5 अप्रैल के मध्य कुछ उत्साह जागृत
होगा । कार्यों में तेजी , बाधाओं को दूर करने हेतु प्रयास होंगे । धनलाभ , परिवार का सहयोग प्राप्त होगा । 5 अप्रैल से वर्षान्त के मध्य
आर्थिक उन्नति , नवीन योजना पर कार्य , कार्यो
में व्यस्तता , दैनिक जीवन प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा ।
मीन राशि ( दी - दू - थ - झ - अ - दे - दो - चा - ची )
मीन राशि के जातकों को यह वर्ष संघर्ष
व चुनौती भरा होगा । कार्यप्रणाली में शिथिलता , सक्रियता
की कमी , व्यापार में बाधा , असफलता
की संभावना बनी रहेगी । स्वास्थ्य भी बाधित करना वाला होगा । शारीरिक दुर्बलता , पाचन समस्या , लीवर
आदि में संक्रमण से कष्ट के योग बनेंगे । खानपान में विकार , विषभय , दुर्घटना आदि से भी कष्ट के योग बनते हैं । पारिवारिक जीवन में
सुखमय वातावरण रहेगा । धन की आमद आवश्यकता के अनुरुप बनी रहेगी । आय के नवीन स्रोत
विकसित करने हेतु प्रयास होंगे । स्वयं के द्वारा स्थापित उद्योग लाभ देगा ।
सरकारी अनुदान का लाभ , उच्च पदस्थ लोगों से सम्पर्क हितकारी होगा । परिवार में
मांगलिक कार्य का आयोजन करने का आनंद का वातावरण प्राप्त होगा । संतान पक्ष से शुभ
समाचार प्राप्त होंगे । इस वर्ष अविवाहितों के विवाह में बाधायें आयेगी । धन का
निवेश विचारपूर्वक करना हितकर होगा । दाम्पत्य जीवन में सुख सौहार्द बना रहेगा ।
विद्यार्थियों के लिये यह वर्ष अति परिश्रम की अपेक्षा रखता है । वर्ष के
उतरार्द्ध में पढ़ाई में अरुचि , प्रतियोगी
परीक्षाओं में सफल न होने से कुंठा रहेगी । व्यापारी वर्ग के लिये यह वर्ष
शुभफलदायी है । व्यापार में निवेश बढ़ेगा । स्त्रीवर्ग के लिये यह वर्ष सुख दायी
रहने के योग है । कामकाजी वर्ग को पदोन्नति के योग हैं । वर्षारम्भ से 29 मार्च के
मध्य सुखमय वातावरण व्यतीत होगा । पारिवारिक उन्नति , आर्थिक
स्थिति में मजबूती , सुखद समाचार की प्राप्ति , नवीन
कार्य क्रियान्वित होंगे । 29 मार्च से 15 मई के मध्य स्वास्थ्य समस्यायें , इच्छित कार्यों में बाधा , परिश्रम
के सापेक्ष सफलता न मिलने से तनाव , अपयश , उचित मार्गदर्शन प्राप्त नहीं होगा । 15 मई से 29 जून के मध्य
भ्रमण , घर से दूर प्रवास , कुटुम्बीजनों
से दूरी , मतभेद , आर्थिक समस्यायें , माता
पिता को कष्ट , व्यर्थ के कार्यों में खर्च होंगे । 29 जून से 6 अगस्त के मध्य
प्रमाद , कार्यो में अरुचि , बनते
कार्यों में बाधा , संतान को कष्ट , पारिवारिक
जीवन में असंतोष रहेगा । 6 अगस्त से 13 सितम्बर के मध्य नवीन योजनायें क्रियान्वित होने में असफल
रहेंगी । निवेश व्यर्थ जायेगा । धन का संघर्ष आपको चिंताग्रस्त रखेगा । 13 सितम्बर
से 29 सितम्बर के मध्य बाहरी प्रवास , बाहरी
सम्पकों में वृद्धि , खर्चों में अधिकता , धन की
कमी , जमा पंजी की हानि से चिंतायें रहेगी । 29 सितम्बर से 30
अक्टूबर के मध्य पारिवारिक चिंतायें , उत्साह
की कमी , सरकारी क्षेत्र की प्रतिकूलता , योजनायें
बाधित रहने से मन कुंठित सा रहेगा । 30 अक्टूबर से 19 नवम्बर के मध्य आर्थिक
मामलों में कुछ लाभकारी क्रियायें आपको मजबूत करेगी । सरकारी क्षेत्र कुछ अनुकूल
होकर आपको लाभ देगा । कुटुम्बीजनों से अच्छा सुख सहयोग प्राप्त होगा । 20 नवम्बर
से 7 दिसम्बर के मध्य परिश्रम की अधिकता , सफलता , आर्थिक मजबूती , आय के
लिये नवीन धन विकसित होंगे । 7 दिसम्बर से 10 जनवरी के मध्य स्वास्थ्य समस्यायें , अचानक शरीर रोग व्याधि से कष्ट होगा । स्वभाव में चिड़चिड़ापन , आक्रामकता बढ़ेगी । माता - पिता को भी कष्ट के योग हैं । 10
जनवरी से 29 जनवरी के मध्य शारीरिक दुर्बलता , धार्मिक
कार्यों में अरुचि व्यर्थ के कार्यो में खर्चे , स्वास्थ्य
पर व्यय , अपयश , राजपक्ष से प्रतिकूलता रहेगी । 29 जनवरी 5 फरवरी तक दैनिक जीवन
में व्यस्तता , दौड़भाग , समय की
कमी , कार्यक्षेत्र में कार्य का दबाव , सहकर्मियों
से विवाद आदि समस्यायें रहेंगी । 15 फरवरी से 5 अप्रैल के मध्य लाभप्रद योजनायें
क्रियान्वित होने पर भी मंद गति से लाभ देंगी । विभिन्न कार्यो में धन का निवेश
बढ़ेगा अप्रैल से वर्षान्त तक शुभ कार्यों में व्यय , तीर्थभ्रमण , घर में मांगलिक कार्य , सुखदायी
साधनों पर व्यय होगा ।
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