विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के ७ अचूक उपाए

 




जय भवानी मित्रों,

                             मैं जितेन्द्र सकलानी एक बार पुन: प्रस्तुत हुआ हूँ आप लोगो के समक्ष अपने नए ब्लॉग के साथ अपने धर्मग्रंथो पर आधारित कुछ बताये गए  वाक्य, अथवा नियमो के विषय में कुछ जानकरी लेकर.... 

                               प्रिय दर्शकों.......भारतीय संस्कृति में विवाह को एक ऐसा संस्कार माना गया है जिसे दो आत्माओं का बंधन कहा जाता है। कई बार कुंडली में उपस्थित दोष , वास्तु के दोष और अनेक कारणों से विवाह में बाधाएं आती हैं।तब उन कारणों का निवारण बहुत जरूरी हो जाता है, क्योंकि एक उम्र के बाद विवाह न होने पर इसमें काफी दिक्कतें आ सकती हैं। ज्योतिष शास्त्र में ऐसे अनेक उपाय बताए गए हैं। जिनका यदि श्रद्धा के साथ पालन किया जाए तो विवाह के योग यथाशीघ्र बनते हैं। तो यदि आ रही हैं आपके विवाह में भी बाधाएं या आपके परिवार में कोई हैं ऐसे सदस्य जिनका अथक प्रयासों के बाद भी विवाह नहीं हो पा रहा हो



तो आज का यह विडियो आपके लिए बड़ा ही लाभप्रद सिद्ध हो सकता हैक्यूंकि आज हम जानेंगे 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताये गए विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के कुछऐसे ज्योतिषीय उपाय जिन्हें एक बार तो अपने जीवन में आपको जरूर आजमाने चाहिए। क्यूँ की ......ये वो उपाय हैं जो आपकी समस्या को निश्चित से रूप दूर कर देंगे। बस इन्हें सच्चे मन और विश्वास के साथ करना होगा।



तो यह जानने के लिए की किन उपायों की सहायता से हम इन दोषों को दूर कर सकते हैं इस विडियो को अन्त तक अवश्य देखिएगा .........यदि आपको यह वीडियो पसंद आये तो लाइक अवश्य कीजियेगा यदि आप हमारे नए दर्शक हैं और आपने अब तक हमारा चैनल सब्सक्राइब नहीं किया है तो जल्दी से सब्सक्राइब बटन पर क्लिक करें बेल आइकॉन दबाना न भुलें ताकि आने वाली सभी वीडियोस नोटीफिकेशनस आपको प्राप्त हो सके.......

 तो आइये करते हैं इस नई श्रृंखला की शुरुवात हमारे साथ इन प्रभावकारी उपायों से...........




(१)   जिस भी लड़के या लड़की का विवाह न होरहा हो वह किसी विवाह में दूल्हा दुल्हन के पास इस तरह खडे हो जाए कि दूल्हे या दुल्हन पर फेंके गए अक्षत या पुष्प उनके ऊपर गिरें ऐसा करने पर शीघ्र विवाह होगा ।

 


(२)   विवाह के समय जिस कन्या के हाथों में मेहन्दी लग रही हो उसी क्षण उस कन्या के हाथों से  अविवाहित कन्या यदि अपने हाथों मेंमेहन्दी लगवा लें तो उस कन्या के विवाह कार्य में आ रही बाधाएंशीघ्र ही समाप्त हो जाती है

 


(३)   शास्त्रों में वर्णित कात्यायनी देवी का अनुष्ठान बड़ा ही उपयोगी व सिद्धि प्रद होता है जिसके मंत्र

कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि !

नन्द गोप सुतम देवी पतिं में कुरु ते नम: !!

का स्वत: जाप करने पर २१ दिनों में ४१००० जाप पूर्ण करना चाहिये तथा केले के पत्ते के आसन पर बैठकर कमलगट्टे कि माला से इसे करें साथ ही २१ दिनों तक सरसों के तेल का अखंड दीपक जलाएं । इसे नियमव श्रधापूर्वक करने से, कन्या के विवाह में आने वाली समस्या या विघ्न शीघ्र ही दूर हो जाते हैं व कन्या का विवाह सकुशल संपन्न हो जाता है

 


(४)   यदि परिवार में योग्य पुत्र या पुत्री का विवाह भरसकप्रत्यन के बाद भी नही हो पारहा तो घर में सफेद खरगोश पाले और अविवाहित पुत्र या पुत्री से उसे खाना खिलवाना चाहिए तथा खरगोश  की सेवा उनसे करवानी चाहिए । इससे धीरे - धीरे शीघ्र विवाह केयोग बनेगें !

 


(५)   रामचरित मानस का रोज पाठ करें। खासकर बालकांड में शिव और पार्वती के विवाह से संबंधित अध्याय पढ़ने से विवाह की बाधाएं दूर हो जाएंगी।

 


(६)   शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार की संध्या में 5 तरह की मिठाई के साथ छोटी इलायची का जोड़ा तथा शुद्ध घी के दीपक के साथ केले के वृक्ष पर जल अर्पित करें। इस उपाय को लगातार ५ शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार को करने से विवाह का योग बनता है।

 


(७)   यदि किसी लड़के या लड़की की जन्म कुंडली में मांगलिक योग के कारण उसके विवाह में बाधा आ रही है। तो उसे प्रत्येक मंगलवार को चंडिका स्तोत्र का तथा प्रत्येक शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। इससे विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है

 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

महाकालभैरवाष्टकम् अथवा तीक्ष्णदंष्ट्रकालभैरवाष्टकम् ॥

वानप्रस्थ आश्रम

मांगलिक विचार